राजकुमार राव ने सक्षम दुनिया को एक प्रेरणादायक सीख दी फ़िल्म “श्रीकांत”द्वारा
फिल्म “श्रीकांत” द्वारा निर्देशक तुषार हीरानन्दानी ने श्रीकांत बोला की प्रेरणादायक कथा को आवर्धक लेंस से दर्शाया गया हैं ।
- फिल्म “श्रीकांत” शारीरिक रूप से विकलांग लोगों को एक प्रेरणा देती हैं । शारीरिक रूप से अक्षम लोगों पर बनी ज़्यादतर फिल्मे हमारे अधूरे अस्तित्व की धारणा को बयान करती हैं , यह अहसास नहीं कराती कि हम सभी एक टूटी हुई नाव में सवार हैं । और संचार एक-दो तरफा प्रक्रिया हैं । निर्देशक तुषार हीरानन्दानी की दृष्टि उद्धोगपति “श्रीकांत बोला” की बायोग्राफी मे आकर्षक मेलोंड्रामा से दूर रहकर एक प्रेरणादायक कहानी बताई गई हैं । जो न केवल कुछ हिस्सों मे मजाकिया और आकर्षक हैं बल्कि कुछ हद तक एक द्रिष्टिबाधित व्यक्ति की मानसिक संरचना की भी जांच करती हैं । और इस दौरान फिल्म एक प्रेरणादायक संदेश देती हैं की विकलांग व्यक्ति को विशेस या कचरा न समझे बल्कि उसके साथ समान आचरण करें । हालांकि एक बिन्दु के बाद बायोग्राफी एक सबक बन जाती हैं जिसे निर्माता एक सक्षम दुनिया के लोगो को एक मुस्कुराहट के साथ सीखना चाहते हैं ।
- इस कहानी पर आधारित हर विचार तब तक अंधा होता हैं जब तक उसे आचरण मे नी लाया जाता लेखक जगदीप सिद्धू और सुमित पुरोहित द्रष्टि और दर्शन के बीच के अंतर को कुंद चाकू से रेखांकित करते हैं क्योंकि वे हमे श्रीकांत (राजकुमार राव) के ह्रदयस्पर्शी संघर्ष में ले जाते हैं जो सामाजिक रूढ़ियों के साथ प्रत्येक इंसान के लिए एक आदर्श बनने का संघर्ष करता हैं ।
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- अपनी गुरु देविका (ज्योतिका)से प्रेरित , एपीजे अब्दुल कलाम (जमील खान) से प्रेरित , उधमी रवि (शरद केलकर) से भरोसा और स्वाती (अलाया एफ) से गले मिलने वाले श्रीकांत की साधारण परवरिश से लेकर बोलान्ट इंडस्ट्रीज के मालिक बनने तक की सफलता की कहानी न केवल उनके धैर्य बल्कि उनके प्रति सहानुभूति रखने वाले लोगों और उनकी प्रतिभा में विश्वास रखने वाले लोगों द्वारा भी आकार लेती हैं । हालांकि एक समय के बाद वह अपने सपोर्ट सिस्टम को हल्के में लेना शुरू कर देता हैं और पीड़ित होता हैं ।
- आप सभी को एक बार ये फिल्म जरूर देखनी चाहिए ,इस फिल्म मे राजकुमार राव ने अछा काम किया है ये एक रियल घटना पर आधारित फिल्म है जो अपनी कहानी से लोगों को प्रेरित करती है|ये एक अंधे लड़के की कहानी है जो अपने लिए कैसे लड़ता है इस कहानी मे लोगों को पढ़ने के लिए प्रेरित करेगा अपनी पढ़ाई के लिए क्या कुछ नहीं करना पड़ता |
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