ओलंपिक टूर्नामेंट के वेन्यू बनाने में लकड़ी व कार्डबोर्ड का इस्तेमाल किया गया
ओलंपिक टूर्नामेंट खेलगाँव मे फर्नीचर व कार्डबोर्ड का इस्तेमाल , फैंस के लिए शाकाहारी खाने पर जोर ।
साल 1924 में फ्रांस में आखिरी बार ओलंपिक आयोजित होने के बाद 100 वर्षों में जुलाई – अगस्त का तापमान 2.7 डिग्री सेल्सियत तक बढ़ चुका हैं अब 2024 की ओलंपिक आयोजन समिति ने पेरिस ओलंपिक को इतिहास का सबसे “हरित खेल”बनाने का संकल्प लिया हैं जिसमे कार्बन उत्सर्जन लंदन 2012 और रियो 2016 का आधा होने वाला हैं । लंदन 2012 मे अनुमानित कार्बन फुट्प्रिन्ट 3.3 मिलियन टन था जो रियो 2016 मे अनुमानित कूल कार्बन फुटप्रिन्ट 3.6 मिलियन टन था ।
इंटरनेशनल ओलंपिक कमेटी (IOC) के अध्यक्ष थॉमस बॅक ने कहा कि पर्यावरण का मुद्दा उनके दिल के बहुत करीब हैं और जलवायु परिवर्तन हम सभी के लिए एक अत्यंत गंभीर खतरा हैं । यही कारण हैं कि उन्होंने ओलंपिक मे इसका विशेष ध्यान रखा हैं । शुरुआत में टूर्नामेंट को बिना एयर कंडीशन के इस्तेमाल करवाने का भी प्रतिबंद करवाया था । लेकिन गर्मी को देखते हुए 2500 अस्थायी कुलिंग यूनिट मँगवाई गई हैं । हालांकि इसके बावजूद कई ऐसे कदम हैं जिनके जरिए पेरिस ग्रीन ओलंपिक आयोजित करवाना चाहता हैं ।अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए आयोजकों ने कई प्रयास किए हैं इनमे पुरानी शटलकॉक से बनी टेबलों से लेकर शाकाहारी फूड मेन्यू तक की घोषणा शामिल हैं
पेरिस को सबसे ग्रीन ओलंपिक बनाने के लिए कदम उठाए गए
पहला कदम :- गेम्स के लिए सिर्फ 2 नए वेन्यू बनाए गए हैं
35 स्टेडियमों में से केवल दो ही नए बनाए गए हैं । लंदन मे 6 नए वेन्यू व रियो में 17 नए वेन्यू बनाए गए थे । पेरिस में एक्वैटिक सेंटर , बेडमिंटन , जीमनस्टिक हॉल नया बनाया गया हैं इनका निर्माण भी इकोफरैंडली तरीके से करवाया गया हैं । इनमे रिसाइकल प्लास्टिक से बनी सीटें लगाई गई हैं और वेन्यू के निर्माण में अधिकतर लकड़ी का इस्तेमाल किया गया हैं
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दूसरा कदम :- प्लांट बेस्ट फूड का दो गुना इस्तेमाल
कई स्टडी में यह साबित हुआ हैं कि शाकाहारी खाना रेडी होने में मांशहारी से लगभग 50% कार्बन उत्सर्जन कम होता हैं इसी को ध्यान में रखते हुए पेरिस में ओलंपिक के दौरान काम करने वाली व्रकफोर्स और दर्शकों को ज्यादा से ज्यादा शाकाहारी खाना सर्व करने का लक्ष्य हैं इसकी मात्रा लंदन 2012 से दोगुनी होगी ।
तीसरा कदम :- खेलगाँव मे शटलकॉक से बने टेबल
टोक्यो 2020 के खेलगाँव में बिस्तरों का निर्माण रिसाइकल किए गए कार्डबोर्ड से करवाया गया था । उसी निर्माता ने पेरिस 2024 के लिए भी बेड उपलब्ध करवाए हैं । इसके साथ ही कमरों में रिसाइकल कि गई शटलकॉक से बनी कॉफी टेबल , पैराशूट कैनवास से बनी छोटी टेबल और रिसाइकल बोतल के ढक्कन से बनी कुर्सियाँ भी रहेंगी ।
चोंथा कदम :- सिटी वेन्यू को जोड़ेगा 60 km लंबा साइकल ट्रैक
कार्बन उत्सर्जन काम करने के लिए अंदरूनी ट्रांसपोर्ट में बदलाव कर शहर को साइकल सिटी बनाने का प्रयास किया गया हैं । इसके लिए 60 किमी लंबा साइकलिंग ट्रैक बनाया गया हैं , जो खेलों के सभी वेन्यू को आपस में जोड़ने का काम करेगा । शनिवार से पेरिस में लोकल ट्रांसपोर्टेसन का किराया दोगुना हो गया था । यह 8 सितंबर तक जारी रहेगा , जब पैरोलम्पिक समाप्त होंगे । इससे साइकलिंग को बढ़ावा मिलेगा ।
पाँचवा कदम :- डीजल की जगह बिजली का उपयोग
- लंदन 2012 की एक रिपोर्ट के अनुसार ओलंपिक प्रसारण सेवा ने अनावश्यक रूप से जनरेटरों का उपयोग किया गया था तब 4 मिलियन लीटर डीजल सिर्फ बिजली पैदा करने के लिए जल दिया गया था । इससे होने वाले प्रदूषण से राहत पाने के लिए पेरिस के स्टेडियमों को सार्वजनिक बिजली नेटवर्क से जोड़ दिया गया हैं ।