यूपीएससी ने फर्जीवाड़े सामने आने पर प्रशिक्षु आईएएस पूजा खेडकर के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया । इसके साथ ही सिविल सेवा परीक्षा -2022 मे उम्मीदवारी रद्द करने और भविष्य की परीक्षाओ में शामिल होने से रोकने के लिए “कारण बताओ” नोटिस जारी किया हैं। आयोग उनका चयन रद्द करने की तैयारी मे हैं आयोग ने कहा ,यूपीएससी ने सिविल सेवा परीक्षा -2022 के लिए चयनित पूजा खेडकर मामले की जांच की।
अब तक की गड़बड़ियों का खुलासा
पूजा के पिता रिटायर्ड आईएएस दिलीप खेडकर ने संपती 40 करोड़ बताई हैं । पूजा के नाम 14 करोड़ की संपती हैं । इसके बावजूद उन्होंने ये 8 लाख से कम दिखाकर ओबीसी नॉन – क्रिमिलियर सर्टिफिकेट लगाया ।
पूजा 11 वें प्रयास में चयनित हुई । चौथे प्रयास के बाद नाम बदलकर परीक्षा दी । 2019-20 में नाम पूजा दिलीप राव खेडकर था । 2021 और 2022 मे पूजा मनोरमा दिलीप खेडकर कर लिया । 2019-20 तक पिता का नाम दिलीप राव था । 2021 मे पिता के नाम की स्पेलिंग बदलकर “Deelip” कर दी ।
2022 के लिए चयनित पूजा खेडकर मामले की जांच .
इस जांच मे पता चला की उन्होंने अपना , माता – पिता का नाम , अपनी फोटो /हस्ताक्षर , ईमेल आईडी ,मोबाईल नंबर और पता बदलकर पहचान छिपाई । इसके जरिए उन्होंने परीक्षा नियमों के तहत निर्धारित सीमा से अधिक बार यूपीएससी परीक्षा दी । आरोप हैं कि पूजा ने फर्जी दस्तावेजों से 11 बार यूपीएससी परीक्षा दी । ओबीसी वर्ग के अभियर्थीयो को 9 अवसर मिलते हैं दूसरी ओर यूपीएससी के आदेश के बाद पूजा खेडकर वाशिम से नागपूर रवाना हो गई । पूजा ने कहा , इस मामले को न्यायपालिका देखेगी । मैं जल्द यहाँ लोटूँगी । पूजा वाशिम मे आईएएस अफसर के तौर पर तैनात हैं इससे पहले महाराष्ट्र पुलिस की विशेष टीम शुक्रवार को उनसे पूछताछ करने गेस्ट हाउस पहुची ।
पूजा की मां से जुड़ी कंपनी को भी किया सील
महाराष्ट्र की पिंपरी – चिंचवड निकाय ने पूजा खेडकर की माँ मनोरमा से जुड़ी एक इंजीनियरिंग फर्म को 2 लाख रुपये के बकाया संपती कर मामले मे सील कर दिया । मनोरमा एक आपराधिक मामले मे पुणे पुलिस की हिरासत में हैं ।